Skip to main content

Kya hai Bhartiya Sena ki naye Agni Veer Yojana

Bhartiya Sena ki naye Agni Veer Yojana

भारत सरकार ने भारत में बढ़ती बेरोजगारी को कम करने के लिए और भारतीय सेना ने नए युवकों को शामिल करने के लिए अग्निवीर नाम की नाम नामक नई योजना तैयार की है

इस योजना के माध्यम से भारतीय सेना नए रिक्रूटमेंट नीति में सुधार होगा।

इस योजना के तहत शामिल होने वाले युवकों की उम्र सीमा साढ़े 17 से 21 वर्ष कर दी गई है।

जिन्हें नया नाम युद्धवीर दिया गया है इन अग्निवीर की सेवा अवधि केवल 4 वर्षों तक की होगी।

विगत 4 वर्षों की सेवा के बाद भारतीय सेना कुछ अग्नि वीरों को भारतीय सेना में शामिल कर सकती है।

विगत 4 वर्ष की सेवा के पश्चात युद्ध वीरों को डिग्री सर्टिफिकेट प्रदान की जाएगी।

अब शामिल होने के लिए लाखों नौजवानों का सपना पूरा हो सकता है।
इस नए नीति के अनुसार नए युद्ध वीरों का पहला बैच जुलाई 2023 से प्रारंभ होगा।


Comments

Popular posts from this blog

kakrapar atomic power station in hindi।made in India Nuclear power station

Kakarpar atomic power plant in Hindi :- भारत का पहला स्वदेशी तकनीक से बना kakarpar atomic power project  की तीसरी यूनिट की ( pressurized heavy water reactor)22july2020 को criticalहो गया। Critical :- critical  का अर्थ परमाणु रिएक्टर से पावर जनरेशन का पहला कदम होता है। यह  परमाणु ऊर्जा पावर प्रोजेक्ट गुजरात के ताप्ती जिले में स्थित है जिसकी क्षमता 700 मेगा वाट है इस पावर प्लांट को बनाने के लिए BHABHA atomic resurch centre  व भारत  की कंपनियां बिना किसी विदेशी सहायता लिए made in india के  तहत विकसित किया है। यह परियोजना कि नींव 2011 में रखी गई थी जो अब 2020मे पुरा हुआ है। यह भारत का अब तक का सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा संयंत्र परियोजना है। कार्य:- जब कोई नाभिक टूटता है तो उसकी न्यूट्रॉनो की गतिज ऊर्जा का इस्तेमाल ऊष्मा के रूप में पावर प्रोडक्शन में किया जाता है। PHWR unenriched natural uranium को फ्यूल के रूप में प्रयोग करता है। (D2O) भारी जल इसका moderator और coolent होता है। KAPP-3   kakarpar atomic power project  भारत का पहला 700 मेगा वाट इलेक्ट्रिक यूनिट है।

study at unification of India in Hindi. भारत का एकीकरण

 अखंड भारत का सपना :-                                       आज हम जो अखंड india देख रहे हैं इसकी आधारशिला बहुत पहले आचार्य चाणक्य ने रखी थी, क्योंकि उन्हें डर था कि सिकंदरl महान विश्व विजेता बनने के लिए macedoniaसे होते हुए अफगान राजाओं को हराकर भारत की तरफ आगे बढ़ रहा है, इसलिए उन्हें कई रियासतों में   विखंडित भारतवर्ष को एकत्रित करके अखंड भारत बनाना था आधुनिक इतिहास में ,जहां मराठा अपने वर्चस्व के लिए मुगलों से प्रतिस्पर्धा कर रहे थे ना कि अखंड भारत बनाने में योगदान दे रहे थे इनके ही नहीं बल्कि समूचे भारत की जनता के अंदर राष्ट्रीयता की भावना तब ही नहीं जैसा कि आज हम देखते हैं / आजादी का दौर भारत का एकीकरण :-                                 स्वतंत्रता आंदोलनों के पश्चात जब अंग्रेज भारत को स्वतंत्र करने के लिए विवश हुए तब उन्होंने भारत की आजादी के साथ भारत को दो राष्ट्रों में विभाजित कर दिया भारत और पाकिस्तान,तब भारत 565 रियासतों में बंटा था और उन रियासतों के सामने अंग्रेजों ने यह विकल्प पेश किया या तो वह अपना विलय भारत में या पाकिस्तान में कर सकते हैं/ तब